SUBSCRIBE US ON YOUTUBE

facebook header

Tuesday, 7 March 2017

यह 11 लुप्त प्राणिओ को किया जायेगा पुनर्जीवित !!

अब  एक  "जुरासिक पार्क" (jurrasic park ) जैसी फिल्मो में दिखाई देनेवाली घटनाए हकीकत होती नजर आएगी... उस फिल्ममे जैसे दिखाया गया हे की , कैसे डायनासोर के वक्त का एक मच्छर जोकि डायनासोर का खून चूस कर  कही  गोंद में जम गया होता हे  जिससे डायनासोर का  डीएनए (dna)  सरक्षित मिलता है। जिससे विज्ञानी वापीस डायनोसौर्स को उत्तपन्न कर ने में सफल रहते है। लेकिन यहा बात यह है की  .....  11 लुप्त  प्राणिओ को इस तरह से तो नही जैसे फिल्मो में दिखाया जाता  है लेकिन , दूसरे  तरीकों से  प्राणिओ को  पुनर्जीवित  कर ने की खोज  में विज्ञानी कगार पर है। 



                                 '' THE LONG NOW FOUNDATION " ने एक कई प्रजातियो को सूचीबद्ध (LIST) किया  है , जो " जीवन में वापस आने " के मापदंडो को पूरा करते है  उनका  लिस्ट निचे दिया गया है। 
      '' THE LONG NOW FOUNDATION "  का सिम्बल  एमेज  में दिखाया है 


1 . कास्पियन टाइगर  (CASPIAN  TIGER)  :-                             
                           
                                                                               यह 300 पाउन्ड (POUND) के  बाघ एक बार  तुर्की  (TURKEY)  और  मध्य-एशिया (CENTRAL ASIA)  के हिस्सो में गुमते थे , पर 1960 में शिकार और आवास के नुकसान के कारण यह प्रजाति  का निधन हो गया। इस अध्ययन में शामिल विज्ञानि ,  जनीनिक तोर पे इनके जैसे ही साइबेरियन बाघ की प्रजाति का उपयोग  कर के  इस प्रजाति को  फिरसे जीवित करना चाहते है।


2 . औरोच   (AUROCH) : -  

                                                                               औरोच  एक बार पुरे यूरोप , एशिया ,और उत्तरी अफ्रीका में पाया जाता था , और यह 60 FEET ऊँचा होने  का अनुमान लगाया जाता हे। विज्ञानीको  ने  उन्हें चुंनिंदा मवेशी की प्रजातियो के प्रजनन  द्वारा वापस लानेकी योजना बनाई है। जिनमेंसे कई औरोच  DNA के वाहक है। 

3 . डोडो (DODO)  :-

                                                                                       '' एलिस इन वंडरलैंड (ALISE IN WONDERLAND) " में दिखाया गया  प्रसिध्ध  डोडो मोरिशियस के टापुओ पर पाया जाता था , लकिन 
यह मानवीय लालच की बजह से मारे गये थे, जिसमे खोराक के स्त्रोत के तोर पर मानवी ने उसका बहोत 
उपयोग किया था। 2007 में पाये गए लगभग सभी डोडो के  कंकाल मेसे DNA को अलग करके उनका उपयोग डोडो के पुनर्जीवित करने के लिए हो सकता था। 

4 . ऊनि महाकाय  हाथी-वुली मैमथ  (WOOLY MAMMOTH)  :-

                                                                                                          लगभग  4,000 साल पहले विलुप्त होने से पहले  यह बड़े हाथी जैसे प्राणी " रग्नल द्वीप (WRANGEL ISLAND) " पर पाए जाते थे।  सौभाग्य से कई नमूने संरक्षित और जमै (FROZEN)  हुए है। इसलिए विज्ञानी उन्हें पुनर्जीवित कर ने के लिए  DNA तक  पहोंचनेमे सक्षम है। 

5 .  थीलैसिइन  (THYLACINE)  :- 
थीलैसिइन  (THYLACINE)  या  " तस्मानियन (tasmanian) टाइगर "

                                                                                                                    यह मार्सुपियल (marsupial)  
" तस्मानियन (tasmanian) टाइगर "  के नाम से भी जाना जाता  है। यह 1960 के दशक में विलुप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया (australia)  , तस्मानिया(tasmania) और न्यू गिनी(new guinea) का मूल निवासी था। विज्ञानियो  का मानना है की उनके कुछ DNA  तस्मानियन (tasmanian) डेविल्स (Devils) " में पाए जाते  है , जिनका उपयोग वे थीलैसिइन  (THYLACINE) को वापस पुनर्जीवित करने के लिए करेंगे। 

विलुप्त होने की अस्थाई  सूचि (list) में  पांच प्रजातिया  है। निचे दुसरो के कुछ चित्र हे जीनको पुनर्जीवित करने की वैज्ञानिक उम्मीद करते है।.......... 

 1 . क्यूबन मकाव (cuban macaw) :-


                                                                                                 
 2 . ऊनि  गेंडा  (WOOLLY  RHINOCEROS) : -  

3 . लैब्राडोर बतक (LABRADOR  DUCK)  : -

4 . मोआ (MOA)  : -



















 5 .  बैजी  (BAIJI)  : -
बैजी (BAIJI) डॉल्फिन 


6 . गैस्ट्रिक  ब्रूडिंग  फ्रॉग  (GASTRIC  BROODING  FROG)  : -
गैस्ट्रिक  ब्रूडिंग  फ्रॉग  (GASTRIC  BROODING  FROG)  जो अपने मुँह से  बच्चो को जन्म देता है। 



----------------------------------------------------------------------->>>>>>>>

No comments:

Post a Comment

विश्व के सबसे बड़े पक्षी की पंखोंका फैलाव 24 फुट था !!

पेलागोर्निस सान्द्रेसी नामक उस पक्षी का वजन 80 kg  भी ज्यादा था !! पेलागोर्निस सान्द्रेसी                                       ...