कितने आयाम है ? क्या समय एक आयाम है ? या क्या हमारा 3 -आयामी (3 -DIMENTIONAL) अंतरिक्ष -समय सिर्फ एक तत्व है जोकि एक छोटा हिस्सा है हमारे बड़े हाइपरडाइमेंशनल (HIGHERDIMENTIONAL) ब्रम्हांडका ?
HIGHER DIMENTIONS |
यह एक ऐसा सवाल है जिसे कई , कई बार पूछा गया है। , और जवाब रूप में लगभग भिन्न हो सकते है , क्यों की संभावित अतिरिक्त आयाम है 1917 में पॉल एह्रेनफेस्ट (PAUL EHRENFEST) की 3 -आयामी (3 -DIMENTIONAL) थ्योरी से 1990 की M -THEORY(M-THEORY) तक , विशेषज्ञओ ने सारे के सारे पूरे साल अपने स्वयम ही इस सवाल के जवाबो को प्रस्तावित किया है , कुछ ज्यादा ही बलपूर्वक दूसरोंकी तुलना में।
लेकिन प्राद्योगीकी के क्षेत्र में प्रगति के साथ , और नए गणितीय मॉडलों और सिध्धांतो के साथ सशसत्र , आज हम प्राकृतिक दुनिया के अबसे भयावह रहस्यो में से एक को समझना शुरू कर रहे है , इस लिए हम आज एक अनोखी स्थिति में हो सकते है।
➨😱 आयाम , गुरुत्वाकर्षण और प्रकाश (DIMENTIONS , GRAVITY AND LIGHT) : -
सभी थ्योरी की महत्वकी चीज कह सकते है वह ,आयामो की संख्या (NUMBER OF DIMENTIONS) है जोकि , गुरुत्वाकर्षण (GRAVITY) और प्रकाश(LIGHT) की मुलभुत शक्तिया है , जिसमेंसे दोनों सम्भवतः भौतिक ब्रम्हांड में से सबसे अधिक देखी गयी और आसानी से अधिक अध्ययनित की हुई घटनाये है। प्रकृति में चार मुलभुत शक्तिया(FORCES) है ,दूसरी मजबूत और कमजोर परमाणु शक्तियां है जो की ,गुरुत्वाकर्षण और विधुत चुम्बकत्व(ELECTROMAGNETISM)-जो की प्रकाश पैदा करने के लिए जिम्मेदार है और उनसे निपटना सबसे मुश्किल है। व्यक्तिगत तौर पर , उन्होंने अनगिनत वैज्ञानिकों को और सिद्धान्तकारों को दुःख का कारण बना दिया है , और जब उनको आपस में रखा गया तो पूर्ण तौर पे उन्होंने कहर ढ़ा दिया।
मोडल आम तौर पर ब्रम्हांड की देखीगयी खूबियों से बनाये जाते है , सिद्धांन्तों को और अनुमानों को तैयार करने के लिए और यह हमे समजता की चीजें कैसे काम करती है। सरल लोगोंने यह प्रस्तावित(PROPOSED) किया है की हमारा ब्रम्हांड 3 - आयामो से बना है -लम्बाई(LENGTH) , चौड़ाई(WIDTH) , गहराई(DEPTH)..........!! यह समझना आसान है क्योकि यह बताता है की हम पूरी दुनिया को कैसे समझते है। और इसे स्वीकारना पूरी तरह सहज और तार्किक है।
ग्रेविटी को अंतिक्ष-समय "BRANES "में से हाइपरडाइमेंशनल (HIGHERDIMENTIONAL) "बल्क" में लीक होता हुआ देखा जा सकता है |
लेकिन ब्रम्हांड के इस साफ़ , त्रि-विभाजन का कोई अनुमान या गिनती नही है की हम इसे कैसे समझते है !! इसपर निर्माण करने के लिए या फिर इसे अच्छे से समझने के लिए , कुछ गणितग्यो ने खास करके हर्मन मिन्कोवस्की (HERMANN MINKOWSKI) ने चौथ अस्थाई आयाम(DIMENTION) स्थापित किया और उसे तीन स्थाई आयामो के साथ जोड़ दिया और वास्तविक अंतरिक्ष - समय (SPACE-TIME) का वर्णन खड़ाकर दिया।
यह वह जगह है झा चीजे नटवट(KNOTTY) बनने लगती है !! इसमे शर्मनाक(EMBARRASSING) विसंगतिया और असतत्यतताये हाजिर हे जिसका कोई भी जुड़ाव कहि भी किसी के साथ नही होता !! उदाहरण के लिए क्यों गुरुत्वाकर्षण ऐसे बड़े पैमाने पर ग्रहों , तारो , आकाशगंगाओ पर काम करता है ?,जबकि दूसरे बल इतने छोटे से पैमाने पर क्यों काम करते है ?मतलब की ,गुरुत्वाकर्षण तो हम देखते है की छोटे पैमाने पर बहुत कमजोर है !!
तो फिर यहा इस तरह कुछ अलग सोचने से तो नया प्रश्न खड़ा होगा की , गुरुत्वाकर्षण अन्य चार मूलभूत बलों की तुलनामे बहुत कमजोर क्यों है ??......
तो मेरे प्यारे पाठकों , यहाँ में अपने यह आर्टिकल को part 2 में आगे बढ़ाऊंगा ......... आगे पढ़ने के लिए " क्या LHC , HIGHER DIMENTIONS का अस्तित्व साबित कर पायेगा ? -PART 2 " को में जब भी पब्लिश करूँगा तो आप आगे इस आर्टिकल को पढ़ लेना......
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