यह वह जगह है झहा चीजे नटवट(KNOTTY) बनने लगती है !! इसमे शर्मनाक(EMBARRASSING) विसंगतिया और असतत्यतताये हाजिर हे जिसका कोई भी जुड़ाव कहि भी किसी के साथ नही होता !! उदाहरण के लिए क्यों गुरुत्वाकर्षण ऐसे बड़े पैमाने पर ग्रहों , तारो , आकाशगंगाओ पर काम करता है ?,जबकि दूसरे बल इतने छोटे से पैमाने पर क्यों काम करते है ?मतलब की ,गुरुत्वाकर्षण तो हम देखते है की छोटे पैमाने पर बहुत कमजोर है !!तो फिर यहा इस तरह कुछ अलग सोचने से तो नया प्रश्न खड़ा होगा की , गुरुत्वाकर्षण अन्य चार मूलभूत बलों की तुलनामे बहुत कमजोर क्यों है ??......
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पॉल हेल्पर्न (PAUL HALPERN) |
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थियोडोर कलुजा (THEODOR KALUZA) |
PBC के लिए एक दिलचसस्प निबंध में पॉल हेल्पर्न (PAUL HALPERN) ने एक सरल उदाहरण का प्रयोग करते हुए इस समस्या को स्पस्ट किया : "एक छोटे से रसोई चुम्बक के साथ एक स्टील थम्बतेक (STEEL THUMBTACK) उठाओ और देखे की इसका आकर्षण पुरे पृथ्वी के गुत्वाकर्षण खिंचाव (PULL) पर कैसे डूबता है।"
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ऑस्कर क्लेन(OSKAR KLEIN) |
तो इन विसंगतियो के लिए क्षतिपूर्ति करने के प्रयास के लिए कई सिद्धांत तैयार किये गए है। 1920 के दशक में थियोडोर कलुजा (THEODOR KALUZA) और ऑस्कर क्लेन(OSKAR KLEIN) के काम पर खड़ाकिया , सुपरस्ट्रींग (SUPERSTRING) के सिध्धांतो को , इस सिध्धांतो ने इस विचारों को उन्नत किया की , प्रकृतिमे दिखेजाने वाले सभी के के लिए कम ऊर्जा तारो (STRINGS) के कंपन जिम्मेदार थे; इन सिध्धांतो ने केवल काम किया है ,तथा , ब्रम्हांड में दस या अधिक आयाम (DIMENSIONS) शामिल है , अतिरिक्त छह या सभी के साथ " सिकुड़ा हुआ(COMPACTIFIED) " छोटा सा अंतरिक्ष है जो की हमारी अवलोकन सिमा से परे है।
एक अन्य दृश्टिकोण (M-THEORY) ने इस 10 -आयामी ब्रम्हांड को तार(STRINGS) और ऊर्जावान मेम्ब्रेन (MEMBRANES) से बना हे साथ में बड़ा , संभावित रूप से देखा जा सकता हो वैसे अतिरिक्त(EXTRA) अयाम को "थोक(BULK)" कहा जाता है। इस धारणा में पदार्थ(MATTER) और ऊर्जा और लगभग सभी मौलिक बलों (FUNDAMENTAL FORCES) कायरता पूर्वक मजबूती से ऊर्जावान अंतरिक्ष-समय (SPACE-TIME) मेम्ब्रेन-झिल्ली (MEMBRANES) या " ब्रेन्स(BRANES)" और गुरुत्वाकर्षण को पकड़कर रखते है। तथा , फ्री एजेंट (FREE AGENT) जैसा कुछ हाइपरडाइमेंशनल बल्क(HYPERDIMENSIONAL BULK) में और " ब्रेन्स(BRANES)" पर संचालन (OPERATING) करता है। इस कारण की बजह से गुरुत्तकर्षणवाहक (GRAVITONS) -जो गुरुत्वाकर्षण ऊर्जा को ले जाते(CARRY) है , जिससे थोक(BULK) में खून निकलता है , गुरुत्वाकर्षण की ताकत कम है छोटे पैमाने पे। लेकिन अभीभी बड़े अंतर या बड़े पैमाने पर गुरुत्वाकर्षण लागु होता है।
तो मेरे प्यारे पाठकों , यहाँ में अपने यह आर्टिकल को part 3 में आगे बढ़ाऊंगा ......... आगे पढ़ने के लिए " क्या LHC , HIGHER DIMENTIONS का अस्तित्व साबित कर पायेगा ? -PART 3 " को में जब भी पब्लिश करूँगा तो आप आगे इस आर्टिकल को पढ़ लेना......
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