SUBSCRIBE US ON YOUTUBE

facebook header

Wednesday 12 April 2017

जीभ : शरीर का सबसे मजबूत स्नायु

इंसान जीभ की मदद से अलग अलग भाषाए  बोल सकता है। इंसान के लिए जीभ एक बहुत ही महत्व का अंग होता है हर कोई सस्तन , पेट से सरकने वाले प्राणी को जीभ होती है। आज में आप को जीभ के बारे में बताऊंगा कुछ फैक्ट्स :

जीभ 

  •  हमारे पुरे शरीर में सिर्फ जीभ ही एक एसा स्नायु  जिसका  एक सिर हमारे शरीर से जुड़ा हुआ है और      सिरा  खुला है , मतलब की शरीर के साथ  जुड़ा नही है। 

  •  और अगर जीभ पर कोई चोट लगती है तो  बहोत जल्द ही वह ठीक हो जाती है , दूसरे अंगो के      मुकाबले। 
  • इन्सान के जीभ पर हजारो स्वादग्रंथिया होती है। जिसकी से  हम स्वाद की परख  कर  पाते है।
  • ज्यादातर प्राणिओ की जीभ स्वाद को परखने के लिए नही होतीं हे , पर  वे जीभ का इस्तेमाल खोराक को गले मेसे निचे  उतारने के लिए  करते है।  




  • इन्सानों में फिंगरप्रिंट की तरह हर व्यक्ति की जीभ की सतह की पैटर्न अलग-अलग होती है।


  • मानवो में हर दस दिनों में स्वादग्रंथियो का नाश होता है और नई  स्वादग्रंथिओं का विकास होता है। 


  • मगरमच्छ अपनी जीभ को बहार नही निकाल सकता। 






  • मेढक जीभ को  लम्बा करके कीड़ो का शिकार करता है।





                                  जिराफ अपनी जीभ को लम्बा करके अपने कान को साफ़ करता है। 






    जिराफ की जीभ पर  बाल होते है , जिसकी बजह से वो  काँटों वाले पौधों को भी खा सकता है। 





    गिरगिट की जीभ उसके अपने शरीर से भी लंबी होती है। 








    चींटीखाऊ (ENTEATER) की जबान 2 फुट लंबी होती है। और उसकी जीभ एक मिनट में 180 से 200 बार मुँह के अंदर-बहार  होती  रहती है , और वो हजारो चीटियो को खा जाता है।  
    -------------------


    No comments:

    Post a Comment

    विश्व के सबसे बड़े पक्षी की पंखोंका फैलाव 24 फुट था !!

    पेलागोर्निस सान्द्रेसी नामक उस पक्षी का वजन 80 kg  भी ज्यादा था !! पेलागोर्निस सान्द्रेसी                                       ...