आठ पैरो वाला दरियाई जिव ऑक्टोपस चालाक और बुद्धिशाली माना जाता है। ऑक्टोपस तो कई प्रकार के होते है लेकिन सब में एक बात समान है और वे है उनके आठ पैर , हम जब भी ऑक्टोपस को देखते है तो एक सवाल होता है की ऑक्टोपस के आठ पैर क्यों एक-दूसरे में उलझते नही है ???
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ऑक्टोपस |
यह समझने के लिए विज्ञानिको ने ऑक्टोपस के ऊपर कई संशोधन किये है , और उसके मुताबिक ऑक्टोपस के अपने खुद के पैर तो ठीक है पर अगर कोई दूसरा ऑक्टोपस पास में हे तो उसके साथ भी उसके पैर कभी उलझते नही है , !!! है कमाल की बात।
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ऑक्टोपस |
और यह खासियत की बजह उसके इन आठ पैरो पे लगी ख़ास चमड़ी है , पैरो की चमड़ी किसी और मछली या शिकार की आसपास जकड़ता है , पर जब वो खुद की चमड़ी को पहचानता हे तब वो अपने खुद के पैर को दूर कर देता है और अपने पैरो को आपस में उलझने से रोकता है। तो ऐसे ऑक्टोपस अपने पैरो को अपनी खुदकी चमड़ी की पहचान ने की शक्ति की बजह से अपने आठ पैरो को आपस में उलझने से रोकता है।
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