जर्मनी में शोधकर्ताओ ने धूम्रपान के जहरीले कंपाउन्ड को कम करने के लिए तांबे के नेनो पार्टिकल का उपयोग किआ है , एंजाइम सुपरऑक्साइड डिसम्युटेस (enzyme superoxide dismutase) की नकल करने के लिए।
सुपरऑक्साइड कण या रेडिकल (redical) सिगरेट के धुंए में मौजूद प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजाति(species) है। यह कण ऑक्सीडेटिव तनाव या स्ट्रेस , अल्ज़ाइमर , पार्किनसन्स और फेफड़ो के केंसर सहित विभ्भिन्न रोगों में एक योगदानकारी कारक है। ऑक्सीडेटिव तनाव या स्ट्रेस को कम करने के लिए एंजाइम सुपरऑक्साइड डिसम्युटेस (enzyme superoxide dismutase) जो की जीवित कोशिकाओं में पाए जाते है वे प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजातियो को हटाते है। शंशोधनकर्ताओ ने धातु केंद्रित सुपरमोलिक्युल्स का उपयोग करने से पहले इन एंजाइम के प्रभावो की कल्पना की है , लेकिन उनकी लागत और स्थिरता ने सस्ती और अधिक कुशल नकल(ताम्बे के नेनोपार्टिकल) की खोज के लिए प्रेरित किआ है।
अब वोल्फगैंग ट्रेमेल (wolfgang tremel) और जेन्स गुटेनबर्ग यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनज (johannes gutenberg university of mainz) में उनके समूह ने ग्लाइसिन -फंक्शनलाईज़ेड तांबे (II) हाइड्रोक्साइड नैनोपार्टिकल्स (GLYCINE-FUNCTIONALISED COPPER (II) HYDROXIDE NANOPARTICLES) को विकसित किया है , जो कुशल और लागत प्रभावी एंजाइम सुपरऑक्साइड डिसम्युटेस (enzyme superoxide dismutase) की नकल के रूप में कार्य करता है। उन्हों ने सिगरेट के धुए(SMOKE) में मौजूद प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजातियो की मात्रा को कम करने के लिए नैनोपार्टिकल्स का उपयोग किया था। सिगरेट के फ़िल्टर के माध्यम से धुँए(SMOKE) को ताम्बा नेनोपार्टिकल युक्त बनाता है जिसकी बजह से सिगरेट के धुए(SMOKE) में मौजूद प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजातियो की मात्रा को कम किया जा सकता है।
वोल्फगैंग ट्रेमेल (wolfgang tremel) |
नैनोपार्टिकल्स ने सिगरेट की धुंए से विषैली प्रजातियो का सफाया प्राकृतिक एंजाइम सुपरऑक्साइड डिसम्युटेस (enzyme superoxide dismutase) की तुलना में अधिक कुशलतापूर्वक किया था। वोल्फगैंग ट्रेमेल (wolfgang tremel) का मानना है , की " इन नैनोपार्टिकल्स का व्यवसायिक उपयोग हो सकता है : हमने सिगरेट के फ़िल्टर पर तांबे (II) हाइड्रोक्साइड नैनोपार्टिकल्स का परीक्षण किया है और यह लगभग 15 % प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजातियो को कम कर देता है। "
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